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शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

हस्तरेखा शास्त्र मे पर्वतों का फल

हस्तरेखा शास्त्र मे पर्वतों का फल


हस्तरेखा शास्त्र मे पर्वतों का फल

पर्वतों का नाम ग्रहों के नाम पर रखा गया  है और जिस ग्रह में जो गुण होते हैं, वे ही गुण उन पर्वतों के उभार से ज्ञात किया जाता हैं  जैसे सूर्य सम्मान, प्रसिद्धि, यश आदि का कारक ग्रह होता है वैसे ही यदि हथेली में सूर्य पर्वत विकसित है तो निश्चय ही उस व्यक्ति को विशेष सम्मान तथा आदर मिलेगा, परन्तु यदि हथेली में सूर्य पर्वत का विकास नहीं हुआ है तो वह व्यक्ति भले ही कितने ही ऊंचे स्तर पर पहुंच जाय, उसको वांछनीय सम्मान अथवा ख्याति नहीं मिल पाती।

हस्तरेखा शास्त्र में लक्षण के आधार पर पर्वत तीन प्रकार के होते  हैं जो इनके उभार के आधार पर सभी ग्रहों का व्यक्ति पर कितना प्रभाव पड़ेगा अर्थात उस ग्रह का कितना फल मिलेगा 

1. सामान्य पर्वत

2. विकसित पर्वत

3. अविकसित पर्वत

यदि हथेली में पर्वत काफी ऊंचे उठे हुए मांसल, स्वस्थ और लालिमा लिये हुए होते हैं तो वे विकसित कहलाते हैं ।

अविकसित पर्वत सामान्यत दबे हुए होते है । 

सामान्य पर्वत न तो फुले हुए होते है ना ही दबे हुए होते है 

हाथ मे पाए जाने वाले पर्वत  ये सभी ग्रह अपने विकसित ,सामान्य अथवा अविकसित पर्वत के उभार के अनुसार फल देते है

1. गुरु पर्वत :- यह सौभ्य ग्रह कहलाता है तथा यह पर्वत राज्य सेवा, इच्छाओं के प्रदर्शन आदि से संबंधित होता है

2. शनि पर्वत :- यह मननशीलता ,एकान्त-प्रियता, रोग, चिन्ता, मशीनरी व व्यापार प्रादि से संबंधित है।

3. सूर्य पर्वत :- सूर्य पर्वत द्वारा सम्मान, यश मानसिक उन्नति, राज्य, प्रसिद्धि, तथा विविध कला-कौशल का अध्ययन किया जाता है।

4. बुध पर्वत :- गणित, उन्नति, वैज्ञानिक, व्यापार, संबंधी कार्य आदि तथ्यों का अध्ययन बुध ग्रह के द्वारा से किया जाता है।

5. चन्द्र पर्वत :- हथेली में इस पर्वत के माध्यम से कल्पना, विशालता, सहृदयता, मानसिक उत्थान तथा समुद्र पारीय यात्राओं का अध्ययन किया जाता है।

6. शुक्र पर्वत :- सुन्दरता, प्रेम, शान-शौकत, तथा ऐश्वर्य-भोग आदि का संबंधित है।

7. मंगल पर्वत :- युद्ध जीवट, शक्ति, परिश्रम, पुरुषोचित्त गुण प्रादि का अध्ययन इस ग्रह के माध्यम से किया जाता है।

08. राहू पर्वत :- आकस्मिक धन-प्राप्ति, लॉटरी, हार्ट अटैक या अचानक घटित होने वाली घटनाओं का संबंध इसी ग्रह से है।

09. केतु पर्वत :- हाथ पर इस ग्रह से धन, भौतिक उन्नति एवं बैक बैलेन्स आदि का अध्ययन किया जाता है।

10. इन्द्र पर्वत :- मानसिक चिन्ता तथा अध्यात्मिक उन्नति के बारे में इसी ग्रह से जान सकते हैं।