दोस्तों कुछ ही दिनों के बाद कुंभ राशि वाले जातकों के जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. एक ऐसा परिवर्तन जो आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा. यह परिवर्तन करेंगे आपके राशि के स्वामी आपके राशि के अधिपति शनि देव के प्रबल मित्र ग्रह शुक्राचार्य. 31 मार्च 2024 को शुक्र देव अपना राशि परिवर्तन करेंगे. हर ग्रह अपना राशि परिवर्तन करते हैं राशियां बदलते रहते है समय समय पर लेकिन शुक्र का यह राशि परिवर्तन है कुंभ राशि वाले जातकों के लिए विशेष परिवर्तन लेकर के आने वाला है.
अब जानते हैं शनि देव के पास में दो राशियां हैं मकर राशि और कुंभ राशि इन दोनों राशियों में से कोई भी एक राशि अगर लग्न भाव में विराजमान होती है शुक्र केंद्र और त्रिकोण के अधिपति बनकर के योग कारक माना जाते है अति विशिष्ट स्थिति में शनिदेव रहते हैं और वैसे भी इनका गोचर परिवर्तन 31 मार्च 2024 को अपनी उच्च राशि मीन राशि में होने वाला है
यह अपनी उच्च राशि में कुंभ राशि वाले जातकों के धन कुटुम्ब और वाणी के भाव में विराजमान होंगे. और यहाँ पर पहले से ही राहू विराजमान है. राहू 18 महीनों से शुक्र देव अपने गुरु का इंतजार कर रहे है कि कब मेरे गुरु आएंगे मुझसे मिलेंगे और अपना आशीर्वाद मुझे प्रदान करेंगे. ये जो गुरु चेले का मिलन होगा 31 मार्च 2024 को जब शुक्र देव अपने राशि परिवर्तन करेंगे आपके धन कुटुम्ब और वाणी के भाव में राहू के साथ युति बनाएंगे. राहु क्या है
दोस्तों राहु हमारी तड़फ है राहू हमारी इच्छाशक्ति है. राहू धरती में छुपे रहस्यों में रुचि लेता है. राहू की रुचि इंद्रियों की तुष्टि में है राहु सुख लोभी है राहु हमें सपने दिखाते हैं. जागृत अवस्था में सपने दिखाते है नींद में सपने नही दिखाते है राहु वो है जो साम दाम दंड भेद कुछ भी हो जाए वो चीज मुझे प्राप्त होनी चाहिए तो चाहिए. यह जो तड़फ है यह हमें राहु देते है और इच्छा शक्ति का जीवन में होना बहुत जरूरी है जब हम सपने देखेंगे उसी सपने को साकार करने की तो हम कोशिश करेंगे.
शुक्र कौन है शुक्र धन के कारक माने जाते हैं. शुक्र मां लक्ष्मी के परम उपासक हैं. भौतिक सुख सुविधाओं के कारक है लक्ज़री जीवन के कारक है और हमारे सौर परिवार में शुक्र सबसे आकर्षक ग्रहों में से इसे सबसे सुंदर ग्रहों में से एक माने जाते हैं. विलासिता के कारक माने जाते है गाड़ी मोटर बंगले नौकर चाकर सब के कारक शुक्र माने जाते हैं और ऐसी इच्छा जीवन में कौन नहीं रखता हर कोई चाहता है कि मेरे जीवन में ऐसी सुख सुविधाओ का निर्माण हो ये सभी सुख सुविधाओं के साधन मेरे जीवन में उपलब्ध हो यह हर कोई चाह रखता है और यह देते है शुक्राचार्य.
शुक्र अपना राशि परिवर्तन करेंगे. राहु के साथ इनकी युति बनेगी और कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यही शुक्र धन कुटुम्ब और वाली के भाव में विराजमान रहेंगे योग का कारक बनके विराजमान रहेंगे.
शुक्र आपके चतुर्थ भाव के स्वामी भी बनते हैं कुंभ राशि वाले जातकों की बात कर रहा हूं और शुक्र आपके भाग्य से बनते हैं. सुख भाव आपके सुखेस और आपके भाग्य से बन करके राहु के साथ आपके धन कुटुंब वाणी में अपनी उच्च राशि मीन राशि में विराजमान रहेंगे. और शनि के प्रबल मित्र माने जाते हैं शनिदेव आपके लग्न भाव में विराजमान हैं और इससे पहले शनिदेव के साथ शुक्र विराजमान थे. अपने मित्र के साथ तो विराजमान थे
लेकिन राहु देव आपके द्वितीय भाव में विराजमान थे शनि देव से एक भाव आगे ही विराजमान थे इसलिए सुखद परिस्थितियों का निर्माण आपके जीवन में नहीं हुआ. आपने बहुत सारी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया होगा. चाहे वो आपकी कर्जों की समस्याए हैं आपकी संतान से संबंधित कोई समस्याए है आपके नौकरी में कोई समस्याए है
आपके व्यवसाय में कोई समस्याए है आपके पारिवारिक जीवन की कोई समस्याए है . बहुत सारी विपरीत परिस्थितियों का सामना अपने किया होगा. लेकिन यही शुक्र देव जब राहु अपने चेले के साथ मिलकर के सुखद परिस्थितियों का निर्माण करेंगे.
शुक्र धन के कारक माने जाते हैं शुक्राचार्य अगर ज्ञान में देखें तो बृहस्पति से भी ज्यादा निपुण माने जाते थे और यह जब राशि परिवर्तन करेंगे अपने चेले राहु के साथ विराजमान रहेंगे तो क्यों नही आपके जीवन में आपकी इच्छा शक्ति का यह निर्माण करेंगे आपके जीवन में धन की बरसात करेंगे मां लक्ष्मी की कृपा यही शुक्र देव आपके लिए क्यों नहीं बरसायेंगे.
देवासुर नाम की कथा तो आपने सुनी होगी. उस कथा के अनुसार देवताओं और दानवों में युद्ध हुआ. और उस युद्ध में दानवों की हार होने लगी एक एक करके समस्त दानव मारे जाने लगे और तभी शुक्राचार्य ने ऐसा सोचा कि ऐसे तो सभी दतियों का अंत हो जाएगा दतीय कुल ही खत्म हो जाएगा तभी शुक्राचार्य ने भगवान शिव भगवान महादेव भोलेनाथ की कठोर तपस्या की और उन्होंने मृत संजीवनी मंत्र हासिल किया और उस मृत संजीवनी मंत्र की विशेषता यह थी कि जो भी दानव मारा जाता था उस दानव को जीवित कर दिया करते थे.
जब शुक्र देव के पास ऐसी शक्ति थी कि किसी मृत व्यक्ति में जान डालने की शक्ति थी. किसी निर्जीव वस्तु में जान डालने की शक्ति थी तो यही शुक्र देव क्यो नही हमारे मृत जीवन में जान डालेंगें हमारे निर्जीव हुए जीवन में ऊर्जा का संचार करेंगे. क्यों नही हमारे जीवन में धन की वर्षा भी करेंगे. और यही शुक्र देव 31 मार्च 2024 को अपना राशि परिवर्तन करेंगे धन कुटुंब और वाणी के भाव में राहु के साथ विराजमान होकर के
आपके जीवन में सुखद परिस्थितियों का निर्माण करेंगे. इच्छा तो हर किसी की होती है जीवन में आगे बढ़ने की करोड़पति बनने की लेकिन उसके लिए धन की भी जरूरत होती. कई लोगों की इच्छाए बहुत होती है लेकिन उन इच्छाओं का उपयोग वो नहीं कर पाते है लेकिन धन और इच्छा जब दोनों साथ में मिलती है तभी तो जीवन में सुखद परिस्थितियों का निर्माण होता है. जीवन में आनंद की अनुभूति होती है. और इनका राशि परिवर्तन होने जा रहा है.
निश्चित तौर पर मानिए कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यही शुक्र देव जीवन का निर्माण करने वाले होंगे क्योंकि इनका जो गोचर परिवर्तन है राहु के साथ धन कुटुम्ब और वाणी के भाव में विराजमान ये दोनों रहेंगे. निश्चित तौर पर धन की जो कमी आपके जीवन में रही होगी. धन का आगमन एकदम से रुका हुआ था धन से संबंधित परेशानियों का आप सामना कर रहे थे आप के ज्यादातर पैसे व्यक्त मे खर्च हो रहे थे कोर्ट कचेरियों में खर्च हो रहे थे
चिकित्सा से संबंधित कार्यों में खर्च हो रहे थे संतान से संबंधित समस्याओं में आपके पैसे खर्च हो रहे थे पारिवारिक विवाद आपके जीवन में चल रहा था लेकिन इस प्रकार की दुखद परिस्थितियों का निवारण करेंगे यही शुक्र देव जब अपना गोचर परिवर्तन करेंगे.
धन की वर्षा होगी मां लक्ष्मी की कृपा होगी क्योंकि यही शुक्र देव धन के कारक भी माने जाते हैं और मां लक्ष्मी के परम उपासक भी माने जाते हैं. मां लक्ष्मी आपके ऊपर कृपा बरसाएगी आपकी पारिवारिक स्थिति अच्छी होगी और यही भाव आपकी वाणी का भाव है
आप अपनी वाणी कुशलता के कारण बड़े बड़े लोगों को आकर्षित कर पाएंगे और अपनी बात को सबके सामने रख पाएंगे एक योग्यता आपकी लगातार दबी हुई थी. लगातार योग्यता आप की दबी हुई थी आप अपनी योग्यता को बाहर नहीं ला रहे थे लेकिन यही शुक्र देव जब राशि परिवर्तन करेंगे आपकी योग्यता को बाहर लेकर जाएंगे जिसके आप असली हकदार हैं.
आपको अपने कर्जों से मुक्त करेंगे कर्जों की समस्या दिनों दिन आपके जीवन पर बनी हुई थी. विरोधी आपकी तरखी से चल रहे थे कोई न कोई ऐसा व्यक्ति था चाहे आप नौकरी करते हैं या व्यवसाय करते है कोई न कोई ऐसा व्यक्ति रहा होगा जो आपकी उन्नति से जल रहा होगा वो नही चाहता था कि आप कैसे भी करके आगे बढ़े और आपके पारिवारिक जीवन में एक प्रेम भरा वातावरण उत्पन्न हो ऐसा कोई नहीं चाहता था
लेकिन जब शुक्र देव हमारे सौर परिवार में सबसे आकर्षक ग्रह सबसे सुंदर ग्रह धन के कारक ग्रह की युति जब राहु के साथ बनेगी. इस प्रकार के विपरीत परिस्थितियों का यह अंक करेंगे.
अब शुक्र आपके लिए किस भाव के स्वामी हैं. केंद्र त्रिकोण के स्वामी बनकर के योग ग्रह के स्थिति में है आपके चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और यही भाव आपके पारिवारिक सुखों का भाव माना जाता है यही भाव आपकी माता का भाव माना जाता है यही भाव गाड़ी घोड़े मकान नौकर चाकर सब का भाव यही माना जाता है
तो क्योंकि नहीं आपके जीवन में पारिवारिक स्थितियों का सुखद पारिवारिक स्थितियों का यह निर्माण करेंगे. इस समय आप कोई न कोई सुंदर गाड़ी खरीद सकते हैं शादी में किसी प्रकार की परेशानी आ रही थी शादी होने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही थी यहा पर शादी के प्रबल योग भी आपके लिए बन रहे है.
निसंतान दंपत्तियों के लिए संतान प्राप्ति के योग भी बनेंगे क्योंकि यही शुक्र देव संतान उत्पन्न करने की शक्ति भी देते हैं हालांकि संतान के कारक ग्रह देव गुरु बृहस्पति माने जाते है लेकिन संतान उत्पन्न करने की जो शक्ति है यही शुक्राचार्य देते हैं.
यही भाव राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो सबसे महत्वपूर्ण भाव यही चतुर्थ भाव माना जाता है आपकी प्रॉपर्टी का भाव आपके विरासत का भाव माना जाता है आपके पितृ सम्पति का यही भाव माना जाता है. कई लोगों को राजनीति विरासत में मिलती है और कई लोग अपने मेहनत के बलबूते पर राजनीति में एक मुकाम हासिल करते हैं. और यही भाव जनता के समर्थन को दिखाता है
जनता के समर्थन के बिना राजनीतिक सफलता नहीं मिलती. शुक्र अपनी उच्च राशि मीन राशि मे आपके धन कुटुम्ब और वाणी के भाव में विराजमान है और चतुर्थ भाव के स्वामी है अगर आप राजनीति में हैं या राजनीति में उतरना चाहते हैं तो जनता का पूर्ण समर्थन आपको देखने को मिलेगा.
इसके अलावा शुक्र आपके भाग्येश भी बनते है आपके भाग्य के स्वामी है भाग्य में जो रुकावट आपके जीवन मे लगातार आ रही थी भाग्य का साथ नहीं मिल रहा था मेहनत तो आप खूब कर रहे थे तन तोड़ मेहनत कर रहे थे लेकिन लगातार आप पीछे चले जा रहे थे. लेकिन इस प्रकार की समस्याओं का अंत करेंगे शुक्राचार्य
यही भाव आपके पिता का भाव भी जाना जाता है पिता के साथ किसी भी प्रकार का मन मुटाव चल रहा था. वो मन मुटाव आप का दूर होगा और पिता के साथ सहयोग में आप भागीदार होंगे और आप अपने जीवन का निर्माण भी करेंगे
और यही भाव धार्मिक भाव माना जाता है यही भाव आध्यात्मिकता का भाव भी माना जाता है अपने इष्ट देव के प्रति आपके मन में एक भावना जाग्रत होगी अपने गुरुदेव के प्रति अपने पितरों के प्रति आपके मन में एक भावना जाग्रत होगी और इस समय में 31 मार्च से लेकर जब तक शुक्र देव अपनी उच्च राशि में रहेंगे
तब तक आप अपने जीवन में कोई ना कोई बड़ा मांगलिक कार्यक्रम करेंगे या फिर कोई ना कोई बड़े सामाजिक कार्य में आप हिस्सा लेंगे और आपका मान सम्मान और पद प्रतिष्ठा आपके लिए बढ़ेगी. बहुत बड़ी सुखद परिस्थिति का निर्माण आपके लिए होने वाला है.
दोस्तों इन्ही शुक्र और राहु की कृपा आपके ऊपर होने वाली है राहु तो आप जानते हैं कैसे है वो सब कुछ दे देते है. क्योंकि राहू सिर्फ देना जानते हैं. इन्हीं शुक्र की सप्तम दृष्टि आपके अष्टम भाव पर रहेगी
अष्टम भाव किसका है अष्टम भाव है हमारी प्राप्ति का अष्टम भाव में परिवर्तन का तो शुक्र धन के कारक है धन में किसी प्रकार का बहुत बड़ा परिवर्तन लेकर के आएंगे पैसों में समृद्धि में बहुत बड़ा परिवर्तन ये लेकर आएंगे कोई ना कोई बड़ी प्राप्ति. आपको अपने जीवन में देंगे.
आपने धन का जहां भी निवेश किया था पैसे आपने लगाए थे चाहे वो प्रॉपर्टी में लगाए थे व्यवसाय में लगाए थे बच्चों के एजुकेशन में लगाए थे उस निवेश का पूर्ण प्रतिफल यही शुक्र देव जब सप्तम दृष्टि आपके अष्टम भाव में डालेंगे.
