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बुधवार, 30 दिसंबर 2020

हस्तरेखा शास्त्र मे हाथ की बनावट से जाने व्यक्तित्व

हस्तरेखा शास्त्र मे हाथ की बनावट से जाने व्यक्तित्व


हस्तरेखा शास्त्र मे हाथ की बनावट से जाने व्यक्तित्व

1. अत्यन्त छोटा हाथ।

2. छोटा हाथ।

3. सामान्य हाथ।

4. लम्बा हाथ।

5. अत्यन्त लम्बा हाथ।

हाथ की बनावट को देखने के लिए हाथ को उल्टा करके देखना चाहिए । इस प्रकार देखने से यह पता हो जाता है कि सामने वाले जातक का हाथ किस प्रकार का है। इस प्रकार के हाथ के अन्तर से भी जातक के बारे में बहुत कुछ जानने को मिल जाता है।

1.अत्यन्त छोटा हाथ :- इस प्रकार के जातक अत्यन्त संकीर्ण विचारों वाले तथा सन्देह की प्रवृत्ति के होते हैं। ये अपने छोटे-छोटे स्वार्थों के लिए झगड़ते रहते हैं। जीवन में अपने ही स्वार्थ को सर्वोपरि महत्व देते हैं  ऐसे व्यक्ति धोखा, चालाकी और अवसरवादिता इनके खून में मिली हुई होती है। दूसरे की बुराई करना, दूसरे को नीचा दिखाने की भावना तथा दूसरों के प्रति शत्रुवत् व्यवहार करना इनके लिए सहज स्वाभाविक है। समाज के नजरिए से अथवा देश के नजरिए से इन व्यक्तियों का कोई बहुत बड़ा मूल्य अथवा योगदान नहीं होता ।

2.छोटा हाथ :- इस प्रकार के जातक बहुत आलसी होते  है। और हमेशा ये व्यक्ति कल्पनाएं करते रहते हैं और अपनी कल्पना के माध्यम से सब कुछ करने के लिए तैयार हो जाते हैं परन्तु इनके जीवन में आलस्य बहुत ज्यादा होता है, जिसकी वजह से ये अपनी किसी भी योजनाबद्ध कार्य को सही तरीके से सुचारू रूप से नहीं कर सकते । इनको बड़ी-बड़ी बातें करना अच्छा लगता है, और ये कार्य भी इस प्रकार से करते हैं जिससे चारों ओर इनके भ्रम की सृष्टि अथवा सन्देह का माहौल बना रह सके। ऐसे व्यक्ति बहुत तेज दिमाग वाले होते हैं परन्तु किसी भी अवसर का सदुपयोग करना ये नहीं जानते । जब समय बीत जाता है तब ये पछताते रहते हैं । ऐसे जातक योग्य एवं समर्थ होते हुए भी अपने जीवन में पूर्ण सफल नहीं हो पाते ।

3.सामान्य हाथ :- ऐसे व्यक्ति व्यावहारिक बुद्धि से सम्पन्न होते हैं । इनको इस बात का एहसास रहता है कि किससे कब क्या बात की जाए और किसके साथ किस प्रकार से व्यवहार किया जाए। ये सारी बातें इनके दिमाग में होती हैं इस लिए इनको व्यवहार-कुशल कहा जाता है समाज में ये सम्मान प्राप्त करते हैं तथा किसी भी कार्य को प्रारंभ करने से पूर्व उसके बारे में काफी समय तक सोचते-विचारते रहते हैं । इनके जीवन में बराबर संघर्ष बना रहता है और संघर्ष के माध्यम पर ही ये व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं तथा सुख-सुविधाओं को जुटा पाते हैं। सामान्यतः इनका स्वास्थ्य ठीक रहता है और सबसे बड़ी बात इनमें यह पाई जाती है कि ये परिस्थितियों के अनुसार अपने आपको ढाल लेने की क्षमता रखते हैं।

4.लम्बा हाथ :- ऐसे व्यक्ति समाज के लिए सामान्यतः उपयोगी होते हैं। इनको जीवन में एक रस देखा जा सकता है। ये न तो बहुत अधिक प्रसन्न रहते हैं और न ही चिन्तायुक्त । जीवन में ये अत्यधिक व्यवहार कुशल, होशियार तथा मेधावी होते हैं । इनके सामने किसी भी प्रकार की कोई भी बात हो, उस बात की तह तक ये बहुत जल्दी पहुंच जाते हैं और उस कार्य के बारे में अथवा उस कार्य के परिणाम के बारे में ये जो धारणा बनाते हैं, वह धारणा आगे चलकर पूर्णतः सही होती है। अनजान व्यक्ति को देखकर उसके बारे में, उसके चरित्र के बारे में, उसकी कार्यकुशलता के बारे में ये जातक जो धारणा बनाते हैं, वह आगे चलकर पूर्णतः सही होती है । ऐसे जातक समाज के लिए ज्यादा उपयोगी कहे जा सकते हैं

5.अत्यन्त लम्बा हाथ :- समाज की दृष्टि से इन व्यक्तियों का कोई विशेष उपयोग नहीं होता। ऐसे व्यक्ति जरूरत से ज्यादा भावुक तथा कल्पना की दुनिया में ही जीवित रहने वाले होते हैं । जब जीवन का संघर्ष इनके सामने उपस्थित होता है तो ये विचलित हो जाते हैं और उन परिस्थितियों को झेलने की तथा उन संघर्षों का सामना करने की इनमें ताकत नहीं रहती। परिस्थितियों को चुनौती देना इनके लिए बहुत कठिन होता है